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मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दी चेतावनी कहा, ध्‍यान रखें ऐसा दोबारा न हो – Palghar Mob Lynching

महाराष्ट्र के मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया की उन्‍होंने सोमवार सुबह अमित शाह जी से पालघर में हुई घटना के बारे में बात की और मामले में की गयी कार्रवाई की जानकारी दी। उन्‍होंंनेे बताया की दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एडीजी सीआइडी क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी को नियुक्त किया गया है। पांच मुख्य आरोपियों समेत 100 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इस पूरी घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है। मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा की कोई भी ये न सोचे की पाबंदी हटा दी गयी है हमने सिर्फ अर्थव्यवस्था के पहिये को थोड़ा सा घुमाने की कोशिश की है। अगर इस तरह की घटना सामने आती रही तो हम सख्‍त कदम उठायेंगे, इसके लिए जरूरी है की ऐसी घटना दोबारा न हो।

गौरतलब है की महाराष्ट्र के पालघर में 17 अप्रैल को चोरी के संदेह में ग्रामीणों द्वारा तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने की घटना के संबंध में गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि पालघर के एसपी गौरव सिंह ने कासा ने पुलिस स्टेशन के दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से 101 को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और 9 नाबालिगों को एक किशोर आश्रय गृह में भेज दिया गया है।

जानें पूरा मामला 

17 अप्रैल को मुंबई में पालघर के गडचिनचले गांव में चोरी के शक में 110 ग्रामीणों ने तीन लोगों की पीट पीटकर हत्‍या कर दी थी । कलेक्टर कैलास शिंदे के अनुसार तीनों लोगों की अस्‍पताल में मौत हो गयी थी। इसके बाद लगभग 110 ग्रामीणों को पूछताछ के लिए पुलिस थानों में लाया गया था। जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि ये तीनों लोग मुंबई से सूरत किसी की अंत्‍येष्टि में शामिल होने के लिये अपने घर से निकले थे, पालघर के समीप आते ही अचानक 100 लोगों की भीड़ इन पर टूट पड़ी।

उत्‍तेजित भीड़ ने इन तीनों को कार से बाहर खींच लिया था, ये लोग किराये की कार से सूरत जा रहे थे। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी पर भी हमला कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें जैसे ही घटना की जानकारी मिली हम वहां पहुंच गये, हमलावर ग्रामीणों की संख्‍या इतनी अधिक थी कि हम पीड़ितों को बचा नहीं सके।

गांव के लोगों ने पुलिस के वाहनों पर भी हमला करना शुरु कर दिया था। इस घटना के बाद ही 100 से अधिक को हिरासत में ले लिया गया था। इन लोगों की पहचान कांदीवली के सुशील गिरी महाराज, जयेश और नरेश यलगडे के तौर पर की गयी है ये तीनों लोग सूरत में किसी की अंत्‍येष्टि में शामिल होने जा रहे थे।

ग्रामीणों को हुआ शक 

इस गांव में कुछ दिन पहले बच्‍चा चोर गिरोह की अफवाह फैली थी, गांव वालों को ये लोग अंजान दिखे तो उन्‍होंने इन्‍हे बच्‍चा गिरोह से संबंधित समझा और बिना सोचे समझे पीटना शुरु कर दिया पुलिस के बीच बचाव के बाद तीनों को अस्‍पताल ले जाया गया जहां इनकी मौत हो गयी।

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